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हरियाणा के नूंह दगों के बाद पुलिस प्रशासन झज्जर में भी पूरी तरह से अलर्ट
हरियाणा के नूंह दगों के बाद पुलिस प्रशासन झज्जर में भी पूरी तरह से अलर्ट
सीएन, झज्जर। हरियाणा के नूंह में सोमवार को शोभायात्रा पर पथराव हो गया। जिसके बाद देखते ही देखते हालात तनावपूर्ण हो गए। पत्थरबाजी से बात गोलीबारी और आगजनी का जा पहुंची। दंगाईयों ने सड़कों पर खूब उत्पात मचाया। उनके सामने जो कुछ भी आया वह बर्बाद करते चले गए। हिंसा में जहां दो होमगार्ड समेत तीन लोगों की मौत हो गई वहीं 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े गए। दरअसल, नूंह में विश्व हिंदू परिषद और मातृ शक्ति दुर्गा वाहिनी और बजरंग दल द्वारा निकाली गई पूर्व घोषित ब्रजमंडल 84 कोस शोभा यात्रा के दौरान दो पक्षों के बीच बवाल हुआ। यात्रा जैसे ही नूंह के नल्हड़ स्थित नलहेश्वर महादेव मंदिर से यात्रा जैसे ही शुरू हुई, वैसे ही पथराव और नारेबाजी शुरू हो गई। यात्रा में शामिल लोगों के साथ ही पुलिस पर भी पथराव किया गया। इस बीच बलवाइयों ने आगजनी शुरू कर दी। कई वाहनों में जमकर तोड़फोड़ की गई, जबकि कई को आग लगा दी गई। गुरुग्राम, फरीदाबाद, रेवाड़ी में जहां धारा 144 लगाई गई, वहीं नूंह में कर्फ्यू लगा दिया गया। नूंह में स्कूल-कॉलेज और इंटरनेट बंद कर दिया गया। दिल्ली के साथ राजस्थान को भी अलर्ट किया गया है। नूंह में दोपहर से शुरू हुआ बवाल शाम तक चलता रहा। इसमें करीब दो दर्जन लोगों के घायल होने की खबर है। सभी घायलों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। नूंह जिला प्रशासन ने हालात से निपटने के लिए दूसरे जिलों से पुलिस फोर्स बुलाई। बवाल के बाद पूरे जिले में धारा 144 लगाते हुए इंटरनेट सेवा को भी अस्थाई रूप से अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही जिले की सीमाएं भी सील कर दी गई हैं। विश्व हिंदू परिषद और मातृ शक्ति दुर्गा वाहिनी ने सोमवार को ब्रजमंडल यात्रा निकालने का ऐलान किया था। विगत तीन साल से यह यात्रा निकाली जा रही है। यात्रा हो नूंह से शुरू होकर फिरोजपुर झिरका होते हुए पुन्हाना के सिंगार गांव स्थित मंदिर तक जाना था। दोपहर करीब डेढ़ बजे नूंह के नल्हड़ शिव मंदिर से फिरोजपुर-झिरका की तरफ रवाना हुई यात्रा जैसे ही शहीदी पार्क के पास पहुंची, वहां एक समुदाय के लोग पहले से जमा थे। आमने-सामने आते ही दोनों पक्षों में तकरार हो गई। देखते ही देखते पथराव शुरू हो गया। यात्रा के साथ चल रहे पुलिसकर्मियों ने स्थिति को संभालने का प्रयास किया, मगर भीड़ बेकाबू हो गई। भीड़ में शामिल उपद्रवियों ने कुछ गाड़ियों में आग लगा दी। नूंह दगों के बाद पुलिस प्रशासन झज्जर में भी पूरी तरह से अलर्ट नजर आया। शहर में कानून व शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन की तरफ से फ्लैग मार्च निकाला गया। फ्लैग मार्च में झज्जर के पुलिस स्टेशनों के कर्मचारी, महिला पुरुष कर्मचारी और पुलिस से संबंधित अन्य यूनिट के कर्मचारी शामिल हैं।