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अपने भाई को हर साल मरने का श्राप देती हैं ये बहनें!

अपने भाई को हर साल मरने का श्राप देती हैं ये बहनें!
सीएन, रायपुर।
सावन महीने की पूर्णिमा को बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर रक्षाबंधन का त्‍योहार मनाती हैं. बदले में भाई अपनी बहन को जीवन भर रक्षा करने का वचन देते हैं. भाई-बहन के प्रेम को समर्पित यह पर्व बेहद पवित्र माना जाता है. लेकिन हमारे देश में ही एक जिला ऐसा है जहां रक्षाबंधन की एक अजीब परंपरा निभाई जाती है. यहां बहनें अपने भाई को मरने का श्राप देती हैं. छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के एक समुदाय में रक्षाबंधन को लेकर अजीब परंपरा निभाई जाती है. यहां बहनें रक्षाबंधन के बाद मनाए जाने वाले भाईदूज पर्व के दिन अपने भाइयों को गालियां देती हैं, उसे बुरा बोलती हैं और मरने का श्राप तक दे डालती हैं. हालांकि इसके बाद वे प्रायश्चित के तौर पर खुद को दर्द भी देती हैं. वे श्राप देने के बाद अपनी जीभ में कांटा चुभाती हैं और फिर अपने भाई का तिलक लगाकर उसे खुश रहने और लंबी जिंदगी जीने का आशीर्वाद देती हैं. इस अजीब परंपरा के पीछे एक पौराणिक मान्यता है कि एक बार यमराज ऐसे किसी व्‍यक्ति के प्राण लेने धरती पर आए थे, जिसकी बहन ने उसे कभी बुरा न कहा हो. तब इसकी भनक एक बहन को लग जाती है और वो अपने भाई को गालियां देने लगती है, श्राप देने लगती है. यह देखकर यमराज वापस चले जाते हैं. तब से ही यहां बहनें पहले भाई को श्राप देने की परंपरा निभाती हैं और फिर उसका प्रायश्चित करके भाई को ढेरों आशीर्वाद देती हैं.

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