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काल बन पीछे पड़े हैं जांबाज, कोकेरनाग में चूहे जैसा छिपा बैठा उजैर खान
काल बन पीछे पड़े हैं जांबाज, कोकेरनाग में चूहे जैसा छिपा बैठा उजैर खान
सीएन, नई दिल्ली/अनंतनाग। कैटेगरी का आतंकी, 10 लाख रुपये का इनामी तीन बहनों के इकलौते भाई मेजर आशीष को कायरों की तरह छिपकर मौत के घाट उतारने वाले आतंकी उजैर खान सेना की रडार पर है। अनंतनाग में आतंकियों इनामी लश्कर कमांडर उजैर खान ही लीड कर रहा है। इसी ग्रुप के साथ गत 4 अगस्त को भी कुलगाम जिले के जंगल में मुठभेड़ हुई थी। जम्मू.कश्मीर के अनंतनाग में चौथे दिन शनिवार को भी सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है। अनंतनाग में कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष और हुमायूं भट्ट की शहादत के बाद पूरे देश में गुस्सा है। अनंतनाग के गुनाहगारों को मौत के घाट उतारने के लिए घने जंगलों में ड्रोन के जरिए सर्च अभियान चला रही है। सेना ने अनंतनाग के कोकरनाग के पास गूड़ल इलाके में आतंकियों को खड़ी चढ़ाई वाली ऊंची पहाड़ी पर घेर लिया है। अनंतनाग एनकाउंटर का मुख्य गुनहगार उजैन खान को बताया जा रहा है। उजैर खान को पकड़ने के लिए 10 लाख रुपये का इनाम भी रखा हुआ था। खुफिया एजेंसियों की माने तो उजैर के साथ दो विदेशी आतंकवादी भी हैं। जून 2022 में आतंकी गतिविधियों में शामिल हो गया था। उजैर खान कोकेरनाग के नागम गांव का रहने वाला है। यह लश्कर.ए.तैयबा का आतंकवादी है। इसकी उम्र 28 साल बताई जा रही है। यह पहले भी कई आतंकी हमलों को अंजाम दे चुका है। सूत्रों के मुताबिक उजैर 26 जुलाई 2022 से लापता है। इसके साथ दो विदेशी आतंकवादी भी हैं जो उजैर का साथ दे रहे हैं। जानकारी के मुताबित यह लश्कर.ए.तैयबा से जून 2022 से जुड़ा हुआ है लेकिन अब तक सेना के हाथ में नहीं लग पाया है। उजैर खान ।़ कैटेगरी का आतंकवादी है इस पर 10 लाख रुपये का भी इनाम है।
ऑपरेशन ऑल आउट जानकारी के मुताबिक पुलिस और ज्वाइंट ऑपरेशन चला कर इसे करीब चार हफ्तों से खोज रहे हैं ताकि इसे पकड़ा जा सके। पुलिस ने बताया कि बुधवार को गाडूल इलाके में भीषण गोलीबारी में सेना के जवान शहीद हो गए जिसका कारण अंधेरा रहा था। अंधेरा होने की वजह से रात का ऑपरेशन रोक दिया गया। जवानों के शहीद होने का बदला लेने के लिए सेना और पुलिस अभी भी इलाके में ऑपरेशन ऑल आउट चला रहे हैं ताकि इन्हें घाटी से साफ किया जा सके।
