राष्ट्रीय
पाकिस्तान में बुर्का पहन रही अंजू क्या भारत आने के बाद फिर बदलेगी धर्म
पाकिस्तान में बुर्का पहन रही अंजू क्या भारत आने के बाद फिर बदलेगी धर्म
सीएन, नई दिल्ली। प्यार में लोग कसमे-वादे करते हैं, चांद तारे तोड़ लाने की बातें करते हैं, लेकिन इन दिनों प्यार में हो रही है सरहद पार करने की बात। अपने प्यार को पाने के लिए उत्तर प्रदेश की अंजू पाकिस्तान पहुंच गई। धर्म तो छोड़िए प्यार के लिए इस देश की सीमा को ही पार कर दिया। पाकिस्तान पहुंच भी गई और धर्म भी बदल लिया। पाकिस्तान से अंजू और उसके प्रेमी नसरुल्लाह के रोज नए किस्से सामने आ रहे हैं। रोज नई तस्वीरें, रोज नए वीडियो सुर्खियां बंटोरे हुए हैं। कभी अंजू हसीन वादियों में नसरुल्लाह के हाथ में हाथ डालते घूमती नजर आ रही है तो कभी बुर्का पहनकर अपने प्रेमी और उसके दोस्तों के साथ नोश फरमा रही है। बुर्के में उत्तर प्रदेश की अंजू की तस्वीरें अब खूब वायरल हो रही हैं। पाकिस्तान पहुंचने के बाद ही खबरें सामने आई थी कि अंजू ने अपना धर्म बदल लिया है। अंजू पाकिस्तान में फातिमा बन चुकी है और फातिमा बनकर उसने नसरुल्लाह से निकाह भी कर लिया है। हकीकत क्या है ये तो पता नहीं, लेकिन ये जरूर है कि निकाह हुआ हो या नहीं अंजू को एक महीने बाद वापस भारत तो लौटना ही होगा। एक महीने में अंजू का वीजा खत्म हो जाएगा और वीजा खत्म होने के बाद वो पाकिस्तान में नहीं रह पाएगी। तो क्या भारत लौटने के बाद पाकिस्तान ये फातिमा फिर से अंजू बन जाएगी? क्या उत्तर प्रदेश आने के बाद फिर अंजू का धर्म परिवर्तन होगा। धर्म परिवर्तन आखिर होता क्या है और इसे कैसे किया जा सकता है ये सवाल शायद आपके दिमाग में भी घूम रहा हो। सवाल ये भी है क्या दोबारा से उसी धर्म को अपनाया जा सकता है जो पहले थे। अगर अंजू के केस में कहें तो क्या भारत आने के बाद वो इस्लाम धर्म अगर छोड़ना चाहे तो क्या छोड़ पाएगी। हम आपको बता दें धर्म परिवर्तन या धर्मांतरण के दो तरीके हैं। एक कानूनी रूप से किया जा सकता है धर्म परिवर्तन और दूसरा धार्मिक रूप से। सरकारी तरीके से धर्म परिवर्तन करने के लिए एक एफीडएफीड की जरूरत होती है। आपको कोर्ट या वकील के माध्यम से एक आवेदन करना होता है जिसमें अपना नाम, पता, धर्म, बदला हुआ नाम, बदला धर्म बताना होता है। इसके साथ आपको एक पहचान पत्र की कापी भी लगानी होती है। एक बार ये हो जाए तो इसके बाद एक बड़े अखबार में अपने धर्म परिवर्तन को लेकर एक विज्ञापन देना होता। इसके अलावा राज्य गजट ऑफिस में भी इसकी जानकारी देना जरूरी है ताकि आगे से सरकारी कामों में नए नाम का इस्तेमाल हो। करीब 60 दिन में गजट ऑफिस में नाम बदल जाता है और इसके बाद से उस नए नाम से ही होती है पहचान। धर्मांतरण का दूसरा तरीका धार्मिक होता है। किसी धार्मिक स्थल पर जाकर वहां के नियमों के हिसाब से धर्म परिवर्तित किया जा सकता है। इसके लिए कोई फिक्स नियम नहीं है। जिस धर्म को आप अपनाना चाहते हैं उनके नियमों के मुताबिक अपना नाम और धर्म बदला जा सकता है। ये अलग-अलग इलाकों में अलग-अलग तरह से किया जाता है। अंजू से फातिमा बनी उत्तर प्रदेश की लड़की भी चाहे तो दोबारा अपना धर्म परिवर्तन करवा सकती है, ये खुद अंजू पर निर्भर करेगा कि भारत लौटने के बाद वो फातिमा बनकर रहना चाहती है या फिर अंजू।