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अब मेडल वापस करने की नौबत, पुलिस से झड़प के बाद टूट गए पहलवान
अब मेडल वापस करने की नौबत, पुलिस से झड़प के बाद टूट गए पहलवान
सीएन, नईदिल्ली। देश की राजधानी में पहलवान 11 दिन से सड़कों पर बैठे हैं। जंतर.मंतर पर जारी धरना प्रदर्शन के दौरान बीती रात महिला रेसलर्स के साथ बदसलूकी हुई। पुलिस पर शराब के नशे में मारपीट का आरोप लगाने के बाद अब विनेश फोगाट की ओर से बड़ा बयान आया है। पूरे आंदोलन के प्रमुख चेहरों में से एक विनेश का कहना है कि अब मेडल वापस करने की नौबत आ गई है। इस दौरान बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और संगीत पूनिया उनके अगल.बगल बैठीं हुईं थीं। टोक्यो ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले बजरंग ने कहा कि अगर पहलवानों के साथ ऐसा सलूक होगा तो हम मेडल का क्या करेंगे हम पहलवानी छोड़कर सामान्य जीवन जीएंगे और भारत सरकार को सभी पदक और पुरस्कार लौटाएंगे। दो बार की ओलिंपियन 28 वर्षीय विनेश फोगाट ने देश के लिए कॉमनवेल्थ खेलों में तीन गोल्ड मेडल जीते। वहीं एशियाई खेल में एक स्वर्ण पदक जीता है। 2019 में हुए वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज के अलावा 2021 में एशियाई चैंपियनशिप का ताज पहनाया गया था। बजरंग पूनिया ने जंतर मंतर के निकट एक महंगे होटल में सुविधाओं के इस्तेमाल पर अपना बचाव करते हुए कहा कि प्रदर्शन में शामिल महिलाओं को मूलभूत जरूरतें पूरी करने के लिए निजता की जरूरत है। बजरंग और उनकी पत्नी संगीता फोगाट की होटल के रेस्त्रां में खाना खाते हुए तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं। बजरंग ने कहा यह भी फैलाया जा रहा है कि कोई जंतर मंतर पर नहीं रह रहा, लेकिन यहां मीडिया के काफी लोग रात में भी होते हैं। हमारे साथ महिलाएं हैं और उन्हें कपड़े बदलने, नहाने के लिए निजता की जरूरत है। वे सड़क पर तो नहीं कर सकते। भारतीय कुश्ती में चल रही उथल.पुथल से चिंतित विश्व संस्था यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के अध्यक्ष नेनाद लालोविच ने यह स्पष्ट करने के लिए कहा है कि देश में इस खेल का संचालन कौन कर रहा है। इसके जवाब में भारतीय कुश्ती महासंघ ने अपने मामलों में सरकारी हस्तक्षेप की शिकायत की है। लालोविच ने 28 अप्रैल को डब्ल्यूएफआई के लिए एक पत्र भेजा है और इसकी प्रति भारतीय ओलिंपिक संघ आईओए और अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति आइओसी को भी भेजी है। आईओए ने सरकार के कहने के बाद कुश्ती महासंघ के दैनिक कामकाज के संचालन के लिए एक तदर्थ पैनल गठित किया है। खेल मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआई के चुनाव पर रोक भी लगा दी है और आईओए से चुनाव कराने के लिए कहा है।