उत्तराखण्ड
उत्तराखंड के गावों से पलायन को रोकने के लिए अब टाटा ट्रस्ट काम करेगा
उत्तराखंड के गावों से पलायन को रोकने के लिए अब टाटा ट्रस्ट काम करेगा
सीएन, देहरादून। उत्तराखंड के गावों से पलायन को रोकने के लिए अब टाटा ट्रस्ट काम करेगा। टाटा ट्रस्ट ने इसके लिए खास प्लान बनाया है। इसके तहत उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों खासकर सीमांत इलाकों से पलायन को रोकने के लिए काम किया जाएगा। इसकी जानकारी मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने दी। उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों खासकर सीमांत इलाकों से पलायन रोकने के लिए टाटा ट्रस्ट युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण देगा। इसके साथ ही हेल्थ केयर सेक्टर, ग्रामीण आजीविका समेत कई अन्य क्षेत्रों में भी टाटा ट्रस्ट काम करेगा। सोमवार को हुई बैठक में मुख्य सचिव ने इस बारे में बताया। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने जानकारी दी कि राज्य में टेलीमेडिसिन महिलाओं व बच्चों के कुपोषण से बचाव बालिकाओं की शिक्षा आंगनबाड़ी वर्कर्स के क्षमता विकास व प्रशिक्षण स्मार्ट क्लासेज मानसिक स्वास्थ्य व नशा मुक्ति जैसे क्षेत्रों में भी टाटा ट्रस्ट काम करेगा। मुख्य सचिव ने बताया कि उत्तराखंड के युवाओं के लिए मुंबई के साथ ही देश के विभिन्न स्थानों में टाटा ग्रुप के स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट में कौशल विकास प्रशिक्षण की व्यवस्था का आग्रह किया गया है। इसके साथ ही प्रदेश के हर जिले में हेल्थ एनालिसिस की बात कही गई है। इसके तहत हर जिले में बुनियादी चिकित्सा ढांचे, स्वास्थ्य सुविधाएं, स्टाफ, प्रशिक्षण आदि की विश्लेषणात्मक रिपोर्ट तैयार की जाएगी।