उत्तराखण्ड
सशख़्त भू-क़ानून को लेकर विधायक की सरकार को बड़ी चेतावनी
सीएन, देहरादून। पुरखों से विरासत में मिली जमीनों को बाहरी जमीनखोरों से बचाने के लिए कुछ अन्य हिमालयी राज्यों की तरह विशिष्ट कानूनी प्रावधानों की मांग को लेकर उत्तराखण्ड में कुछ समय पहले से भू क़ानून की मांग उठने लगी है। खानपुर विधायक व वरिष्ठ पत्रकार उमेश कुमार ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से भू कानून को लेकर जल्द फैसला लेने की मांग की है।उमेश कुमार ने कहा कि भू कानून को लेकर कोई ठोस फैसला नहीं लिया जाता तो वह एक बड़े जनांदोलन की दिशा में आगे बढ़ेंगे। जल्द ही एक बड़े जनांदोलन की रूपरेखा जनता के सामने रखेंगे। जो अब तक का सबसे बड़ा जनांदोलन होगा।विधायक उमेश कुमार ने इस संबंध में अपने सोशल मीडिया अकाउंट में पोस्ट करते हुवे कहा कि, “उत्तराखण्ड में लंबे समय से एक सशख़्त भू-क़ानून की माँग उठ रही है जो कि जायज भी है। आज उत्तराखंड में भू कानून के संशोधन के अध्ययन एवं परीक्षण के लिए गठित समिति की अगली बैठक भी है वहीं अब तक दो बैठकें हो चुकी हैं। जैसा कि आपकी जानकारी में है कि पूर्व मुख्य सचिव सुभाष कुमार की अध्यक्षता में ये समिति गठित की है।
दरअसल, हिमाचल की तर्ज पर अथवा एक ऐसा भू कानून जनता चाहती है ताकि कोई भी पैसों के प्रभाव में या निवेश के चलते किसानों को भूमिहीन न बना दे।मुझे इस वक्त विपक्ष की जिम्मेदारी मिली है तो मैं अपनी भूमिका बखूबी निभाउंगा। मैं आप लोगो को बताना चाहता हूँ कि भले ही भाजपा व कॉंग्रेस में मेरे क़ई मित्र हों। सूबे के मुख्यमंत्री अथवा बड़े भाजपा के दिग्गज भी मेरे मित्र हों पर वो मित्रता व्यक्तिगत है मुद्दों को लेकर नही। इसलिए मैं आजतक उत्तराखण्ड में चली आ रही मित्र विपक्ष की भूमिका में नही हूँ। मैं हर उस नीति का विरोध करता रहूँगा जो जनहित में नही होगी।मैं सार्वजनिक रुप से एलान कर रहा हूँ कि यदि भू कानून को लेकर कोई ठोस फैसला नही लिया जाता तो मैं संवैधानिक रूप से एक बड़े जनांदोलन की दिशा में आगे बढूंगा। मैं जल्द एक बड़े जनांदोलन की रूपरेखा आपके सम्मुख रखूंगा। यह अब तक का सबसे बड़ा जनांदोलन होगा।हालाँकि सूबे के मुख्यमंत्री से अपेक्षा करता हूँ कि भू कानून को लेकर आपने जो समिति बनाई है वो जल्द इस सम्बंध में फैसला ले ताकि जनता की भावनाओ का भी सम्मान हो।मित्रों, मैं एक विधायक होने के साथ साथ एक पत्रकार भी हूँ। इसलिए हमारी जनहित के मुद्दों की लड़ाई सदैव जारी रहेगी।”