उत्तराखण्ड
केदारनाथ धाम की सुरक्षा व्यवस्था अब आईटीबीपी के हवाले
सीएन, रुद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ के बीच यात्रा व्यवस्थाओं के सुचारु संचालन को भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) की एक प्लाटून तैनात कर दी गई है।आइटीबीपी धाम में सुरक्षा व रेस्क्यू का जिम्मा भी संभालेगी। इसके अलावा सोनप्रयाग व गुप्तकाशी में भी आइटीबीपी की एक-एक प्लाटून तैनात रहेगी।कपाट खुलने के बाद से ही केदारनाथ धाम में प्रतिदिन 18 हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शनों को पहुंच रहे हैं। उस पर मौसम का लगातार बदलता मिजाज चुनौतियां खड़ी कर रहा है। इससे सबसे ज्यादा दिक्कत श्रद्धालुओं को दर्शनों में हो रही है।लाइन में अक्सर धक्का-मुक्की की नौबत आ जा रही है। साथ ही मंदिर के अंदर सभामंडप में भी अव्यवस्थाएं हो रही हैं। इसी को देखते हुए प्रशासन ने मंदिर परिसर में आइटीबीपी की एक प्लाटून तैनात की है। व्यवस्थाएं बनाने के लिए पुलिस भी परिसर में तैनात रहेगी।पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग आयुष अग्रवाल ने बताया कि श्रद्धालु सहजता से मंदिर में बाबा केदार के दर्शन कर सकें, इसके लिए लगातार प्रयास जारी हैं। इसी कड़ी में आइटीबीपी की प्लाटून तैनात की गई है।गुप्तकाशी व सोनप्रयाग में भी आइटीबीपी के जवान तैनात रहेंगे, जो व्यवस्था बनाने के साथ ही श्रद्धालुओं का सुविधा का पूरा ख्याल रखेंगे।उधर, गुप्तकाशी-कुंड के बीच लग रहे जाम को देखते हुए प्रशासन से केदारनाथ दर्शनों के बाद बदरीनाथ धाम जाने वाले यात्री वाहनों का मार्ग बदल दिया है। अब बदरीनाथ जाने वाले वाहनों को गुप्तकाशी से तीन किमी आगे कालीमठ मोटर मार्ग पर विद्यापीठ से ऊखीमठ की ओर भेजा जा रहा है। ताकि वो गोपेश्वर होते हुए बदरीनाथ पहुंच जाए।