मौसम
चारधाम समेत ऊंचाई वाले इलाकों में लंबे इंतजार के बाद हुई बर्फबारी
चारधाम समेत ऊंचाई वाले इलाकों में लंबे इंतजार के बाद हुई बर्फबारी
सीएन, देहरादून। मौसम का मिजाज बदलते ही पहाड़ों ने सफेद बर्फ की चादर ओढ़ ली। सफेद चादर बिछते ही रौनक लौटी और पर्यटक भी मौज मस्ती करने पहुंच गए। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में देर रात से रुक.रुक कर बारिश शुरू हुई जो आज सुबह तक जारी रहीं वहीं चमोली जनपद में रातभर से बारिश और बर्फबारी का दौर जारी है, जिससे ऊंची चोटियों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी सहित ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो रही हैं। लोगों को हालांकि कोरी ठंड से राहत मिली है। इस बारिश और बर्फबारी को फसलों के लिए संजीवनी बताया जा रहा है। बदरीनाथ धाम सहित हेमकुंड साहिब, रुद्रनाथ, लाल माटी, नंंदा घुंघटी, औली, गोरसों सहित नीती और माणा घाटियों में बर्फबारी हुई है। निजमुला घाटी के पाणा, ईराणी, झींझी गांव में भी बर्फबारी हुई, वहीं पर्यटन ग्राम रामणी में भी बर्फबारी होने से खेतों और आम रास्तों में बर्फ बिछ गई है। औली में बर्फबारी से पर्यटन कारोबारियों के चेहरे भी खिल गए हैं। यमुनोत्री धाम के प्रमुख पड़ाव जानकीचट्टी नारायण पुरी फूलचट्टी खरशाली गांव क्षेत्र में भी बर्फबारी के बाद दिलकश नजारा सामने आया। यमुनोत्री धाम सहित आसपास की चोटियों पर खूब बर्फबारी होने के साथ ही धाम से लगे गीठ पट्टी के 12 गांवों के अलावा सर बडियार और ठकराल पट्टी के 13 गांवों में भी बर्फबारी जमकर हुई। इधर तहसील मुख्यालय सहित यमुना घाटी में रातभर झमाझम बारिश हुई बारिश बर्फबारी के बीच यमुना घाटी की विद्युत सप्लाई भी बाधित रही। औली में जमकर बर्फबारी हो रही है। यहां खासतौर पर पर्यटकों को बर्फबारी का इंतजार रहता है। आज पर्यटकों की मुराद भी पूरी हुई। चमोली के कर्णप्रयाग, आदिबरी,देवाल, थराली, नारायणबगड़ सहित ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह से बारिश जारी है। नोटी, नंदसैन, चौरासैन और बेनिताल सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। वहीं वेदनी बुग्याल, रूपकुंड में बर्फबारी जारी है। देवाल के लोहाजंग में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है। नदी किनारे वाले शहरों में कड़ाके की ठंडी हवाएं चल रही हैं और लोग कड़ाके की ठंड से बेहाल हैं। चारधाम समेत ऊंचाई वाले इलाकों में लंबे इंतजार के बाद बर्फबारी हुई जिससे यहां पर्यटकों व किसानों के चेहरे खिल गए।