मौसम
नैनीताल में हिमकण व ओलों की सफेद चादर बिछी रहने से कड़ाके की ठंड जारी
कुमाऊं व गढ़वाल की ऊंची चोटियों में हुई बर्फबारी, मैदानों में वर्षा व ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान
सीएन, नैनीताल। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार बीती रात भारी मात्रा में हिमकण व ओला गिरने के साथ ही हल्का हिमपात हुआ। सुबह नैनीताल व उसके आसपास के ऊंचाई वाली पहाड़ियों में सफेद चादर बिछी रही। नैनीताल में 17 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई। यहां रविवार को आसमान में बादल छाये रहने व हिमकण व ओलों की सफेद चादर बिछी रहने से कड़ाके की ठंड जारी थी। पिछले चार माह बाद हुई वर्षा से काश्तकारोंने राहत की सांस ली है। जहां रबी की फसल बोई गई है। वहां कुछ राहत मिल सकती है। फल पट्टी क्षेत्र रामगढ़ व मुक्तेश्वर में भी हल्की बर्फवारी होने की सूचना है। दोपहर तक यहां नैना पीक व अन्य पहाड़ियों में हिमकण व ओला पिघलनी शुरू हो गई थी। नैनीताल पहुंचे सैलानियों ने किलबरी, हिमालय दर्शन पहुंच कर जमकर फोटोग्राफी की। बीते रविवार की सांय मौसम ने अचानक करवट बदल ली। घना कोहरा छाने के बाद यहां वर्षा शुरू हो गई। इसके बाद ओलों के साथ हिमकण गिरने लगे। रात्रि में हल्का हिमपात हुआ। सोमवार की सुबह नैनीताल व उसके आसपास के पहाड़ियाें में सफेद चादर बिछी रही। हांलाकि विशुद्ध रूप से इसे हिमपात नही कहा जा सकता। क्योंकि दोपहर तक अधिकांश पहाड़ियों में सफेद चादर पिघल चुकी थी। पेड़ों में भी सफेद चादर नही बिछ पाई। उधर किलबरी व हिमालय दर्शन, स्नोव्यू, बारापत्थर आदि स्थानों में पहुंच कर सैलानियों ने जमकर फोटोग्राफी की। इन स्थानों में तीन इंच तक हिमकण व ओले गिरने से सड़के काफी खतरनाक बनी हुई थी। वाहनों के आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। लम्बे समय बाद हुई वर्षा के कारण लोगों ने राहत की सांस ली है। उधर रामगढ़, गागर, भटेलिया, धारी, पहाड़पानी, खपराड़, मुक्तेश्वर, पदमपुरी सहित अन्य स्थानों के निचले हिस्सों में वर्षा व ऊंचाई वाले हिस्सों में हल्की बर्फवारी होने की सूचना है। इनस्थानों में बागवानी को लाभ पहुंचेगा। पिछले सात माह से इस फल पट्टी क्षेत्र में बर्फबारी तो दूर पर्याप्त वर्षा तक नही हुई थी। जिस कारण काश्तकार व बागवान भी खासे परेशान थे। यहां बागवानों ने भी राहत ली है। लेकिन ओलावृष्टि से रबी की फसल को नुकसान होने की भी सूचना है। इधर नैनी झील का जलस्तर एक इंच बढ. गया है। उधर कुमाऊं व गढ़वाल की ऊंची चोटियों में बर्फबारी लगातार जारी है। जबकि मैदानों में वर्षा व ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान पहुंचने की सूचना है। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को मौसम सामान्य रहेगा लेकिन छह मार्च से फिर वर्षा व हिमपात होने की संभावना है।