मौसम
उत्तराखंड : मैदानों में लू के थपेड़े, पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना
सीएन, देहरादून। उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों में गर्मी का प्रकोप जारी है। पहाड़ी इलाकों में जबरदस्त तपीश जाली है। शुष्क मौसम के बीच रविवार को लगातार नौवें दिन दून का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया। इन दिनों दून का पारा बीते 122 वर्षों में सर्वाधिक रिकॉर्ड किया जा रहा है। इसके साथ ही दोपहर में लू के थपेड़े बेहाल कर रहे हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में भी तपिश बढ़ गई है। अधिकतम तापमान सामान्य से छह से नौ डिग्री सेल्सियस तक अधिक दर्ज किया जा रहा है। मौसम विभाग की ओर से अगले दो दिन मैदानी क्षेत्रों में गर्मी का प्रकोप जारी रहने की आशंका जताई गई है, दून समेत अन्य मैदानी क्षेत्रों में लू को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। बीते करीब दो सप्ताह से उत्तराखंड के ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम शुष्क बना हुआ है। चटख धूप खिलने के कारण झुलसाने वाली तपिश और लू के थपेड़े बेहाल कर रहे हैं। देहरादून समेत ज्यादातर मैदानी क्षेत्रों में आसमान से आग बरस रही है। अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से अधिक बना हुआ है। मई में आल टाइम हाई पहुंचने के बाद जून में भी दून के अधिकतम तापमान ने रिकार्ड तोड़ दिए हैं। बीते मंगलवार को दून का अधिकतम तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि 122 वर्ष में सर्वाधिक है। जबकि, आल टाइम रिकार्ड वर्ष 1902 में 43.9 डिग्री सेल्सियस है। दून में बीते चार दिनों से अधिकतम पारा 42 डिग्री सेल्सियस से अधिक बना हुआ है। वहीं, न्यूनतम तापमान भी सामान्य से चार से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक है। इसके अलावा रुड़की, कोटद्वार, ऋषिकेश, रुद्रपुर, पंतनगर आदि में भी पारा उच्चतम स्तर पर बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों में फिलहाल मौसम शुष्क बना रहने का अनुमान है। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में ऊंचाई वाले स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है। आसपास के निचले इलाकों में झोंकेदार हवाएं और आकाशीय बिजली चमकने की आशंका है। मैदानी क्षेत्रों में लू चलने को लेकर चेतावनी जारी की गई है। दून में बुधवार को हल्की बौछारों की संभावना बन रही है।