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हिमाचल में टमाटर लुढ़का, शिमला मिर्च और बीन फायदे का सौदा बनी, उत्तराखंड में सब्जियों की महंगाई
हिमाचल में टमाटर लुढ़का, शिमला मिर्च और बीन फायदे का सौदा बनी उत्तराखंड में सब्जियों की महंगाई
सोलन/देहरादून। हिमाचल के सोलन में पिछले कुछ दिनों में हुई बारिश का असर यहां की प्रमुख नकदी फसल टमाटर पर दिखा है। पानी की अधिकता के कारण टमाटर का फल फटने की शिकायत आ रही हैं। चायल क्षेत्र से ये शिकायतें ज्यादा देखने को मिली हैं। विशेषज्ञों ने राय दी है कि ऐसे खेतों में किसान पेड़ों के लिए बाई गई नालियों में पानी के रास्ते बंद कर दें। इस बीच सोलन की थोक सब्जी मंडी में टमाटर के दामों में गिरावट देखने को मिली है। उधर उत्तराखंड में सब्जियों के दामों में उछाल जारी है। एक तरफ जहां टमाटर के दाम दिनों दिन ऊंचाई छू रहे हें। वहीं प्याज ने भी आंसू निकालने शुरू कर दिए हैं। आज सोलन की थोक सब्जी मंडी में टमाटर अधिकतम 731 रुपये प्रति क्रेट की दर से बिका। जबकि टमाटर को न्यूनतम पांच सौ रुपये प्रति कैरेट का भाव मिला। हाई ब्रिड टमाटर को भी अधिकतम 500 रुपये का दाम मिला। मिली जानकारी के अनुसार हालांकि शिमला मिर्च को अधिकतम 63 रुपये किलो का दाम मिला। बीन आज 45 रुपये प्रति किलो की अधिकतम दर से बिकी। उधर, कुछ इलाकों में टमाटर के फल फटने की शिकायत आई है। अमूमन माना जाता है कि यह शिकायत तब आती है जब किसान को फसल की तुडाई चौथे या पांचवें दिन करता है। इसलिए किसानों को अपनी फसल की तुडाई दूसरे या तीसरे दिन कर लेनी चाहिए। इन दिनों में मंडी में हल्के कच्चे माल की मांग ज्यादा है इसलिए ऐसा करना किसानों के लिए लाभदायक भी रहेगा। इसके बावजूद भी टमाटर के फटने की शिकायत रहती है तो किसानों को टमाटर की नर्सरी में पानी को जाने से रोकना होगा। उधर उत्तराखंड में सब्जियों के दामों में उछाल जारी है। एक तरफ जहां टमाटर के दाम दिनों दिन ऊंचाई छू रहे हें। वहीं प्याज ने भी आंसू निकालने शुरू कर दिए हैं। इतना ही नहीं महंगाई के दौर में सब्जी के साथ फ्री में मिलने वाले हरे धनिये के दाम भी कई गुना बढ़ गए हैं। जिससे अब सब्जी में इसकी सुगंध मिल पाना मुश्किल हो गया है। भीषण गर्मी व बढ़ते तापमान के बीच भले ही मानसून की पहली बरसात में मौसमी राहत दी हो लेकिन सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं। जिसमें डेढ़ से दो गुना तक वृद्धि देखने को मिल रही है। इतना ही नहीं बारिशों मौसम के चलते ताजा सब्जियों की आवक भी कम होती जा रही है। यदि बात करें प्रत्येक सब्जी की सुगंध बढ़ाने वाले धनिया की तो माहभर के अंदर भाव 50 रुपये प्रति किलो से सीधे 160 रुपये तक पहुंच गए हैं। इसी प्रकार सब्जियों का राजा कहे जाने वाला आलू भी 20 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 30 रुपये किलो हो गया है। इसके अलावा प्याज 25 से 40, टमाटर 20 से 40ए अदरक 160 से 200, खीरा 20 से 40, हरी मिर्च 40 से 60, फूल गोभी 40 से 60, लहसुन 180 से 200, बीन की फली 60 से 120 व भिंडी 20 से 30 रुपये प्रति किलो हो गई है। हालांकि इस बीच नीबू के दाम जरूर कम हुए हैं। जिसमें माहभर के आंकड़ों पर नजर डालें तो नींबू 160 रुपये प्रति किलो से घटकर 120 रुपये प्रति किलो हो गया है।