उत्तराखण्ड
बारिश से कुमाऊं में भारी तबाही, कमिश्नर ने अधिकारियों से कहा चौक्कना रहें
सीएन, नैनीताल। विगत कुछ दिनों से भारी व रूक रूक कर हो रही वर्षा ने नैनीताल भवाली रोड़ में पाईन्स के पास 25 मीटर सड़़क ध्वस्त हो जाने से इस मार्ग में यातायात रोक दिया है तो वही भवाली अल्मोड़ा राष्ट्रीय मार्ग मे भी कई स्थानों में मलुवा गिर रहा है। हालांकि इस मार्ग में अभी यातायात सुचारु है। नैनीताल जनपद में लगभग दो दर्जन सड़के प्रभावित है। जिसमें गर्जिया-बेतालघाट, मंगोली-थापला, चौरी–देगांव, बंगला-सूपा, विचखाली–पाथरी, भुजियाघाट–सीमागांव आदि शामिल है। वही बागेश्वर जनपद में भी कई सड़के प्रभावित है। यहां बीते दिन गरुड़ तहसील के रियुना-लखमार सड़क पर एक उफनते नाले की चपेट में आकर एक कार यूके 02/ए /1099 सौ मीटर तक बह गई यदि कार के आगे एक बड़ा पत्थर नही आ जाता तो अनहोनी हो सकती थी। इस कार में पियूनी लखमार निवासी कार चालक महेश नेगी, हरीश राम व खीम राम सवार थे, जो बाल–बाल बच गये। पिथौरागढ के धारचूला बाजार में बोल्डर गिर जाने से अफरा तफरी का माहौल बन गया। 14 परिवारों को सुरक्षित स्थानो मे ले जाया गया है। चम्पावत जनपद मे भी कई सड़के टूट गई है। नैनीताल के चोपड़ा गांव में भी बचनढुंगा में पहाड़ियां दरक रही हैं। यहां एक मकान को नुकसान पहुंचा है। इधर कुमांऊ कमिश्नर दीपक रावत ने अधिकारियों को निर्देश दिये है कि वे बन्द पड़ी सड़को को खोले। उन्होंने अल्मोड़ा -भवाली मार्ग में कार्य की धीमी प्रगति पर असन्तोष व्यक्त किया है।उन्होंने बन्द पड़े कलमट खोलने के निर्देश दिये है तथा नैनीताल भवाली सड़क को तीन दिन के भीतर हल्के वाहनों के लिये खोलने के निर्देश दिये है। अभी पाइन्स के लोगों के लिये यातायात की कोई सुविधा नही है। वे पांच किलोमीटर पैदल चलकर नैनीताल पहुंच रहे है। कमिश्नर दीपक रावत ने अधिकारियों को निर्देश दिये है कि वह संम्भावित प्राकृतिक आपदा के लिये चौकन्ना रहे।