अंतरराष्ट्रीय
पाक सेनाध्यक्ष मुनीर को आतंकी घोषित किया जाना चाहिए, आसिम और ओसामा एक जैसे हैं
पाक सेनाध्यक्ष मुनीर को आतंकी घोषित किया जाना चाहिए, आसिम और ओसामा एक जैसे हैं
सीएन, नईदिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान सेनाध्यक्ष आसिम मुनीर फिर से अमेरिका की आंखों की किरकिरी बन गए हैं। अमेरिका के एक टॉप सिक्योरिटी एक्सपर्ट ने तो यहां तक कह डाला है कि आसिम मुनीर और ओसामा में कोई फर्क नहीं है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन के पूर्व अधिकारी और अमेरिकी एंटरप्राइज इंस्टीट्यूट में सीनियर फेलो माइकल रुबिन ने कहा अमेरिका को चाहिए कि वो पाकिस्तान को तुरंत ही आतंकवाद प्रायोजित करने वाला देश घोषित कर दे। उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि पाक सेना प्रमुख भी ओसामा बिन लादेन की तरह आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं। रुबिन ने एएनआई से कहा पाकिस्तान को आतंकवाद पोषित करने वाला देश घोषित करने के साथ मुनीर को आतंकी घोषित किया जाना चाहिए, आसिम और ओसामा एक जैसे हैं, फर्क सिर्फ इतना है कि ओसामा बिन लादेन गुफा में रहता था और आसिम मुनीर एक शाही महल जैसे घर में रहता है। रुबिन ने तो यहां तक कहा यह हमला चौंकाने वाला है, लेकिन यह सच है कि आप गर किसी सूअर को लिपस्टिक लगा भी देते हैं तो भी वो सुअर ही रहता है। पाकिस्तान आतंकवाद से पल्ला झाड़ता रहे, लेकिन यह सच है कि वो उसे पालता.पोसता है। जिस तरह सन 2000 में अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की भारत यात्रा के दौरान छत्तीसिंहपुरा में सिखों का कत्लेआम हुआ था, उसी तरह अमेरिकी उप राष्ट्रपति जेडी वेंस के दौरे के वक्त यह कायराना हरकत की गई है। अमेरिका को पाकिस्तान को बचकर निकल जाने का रास्ता नहीं देना चाहिए। रुबिन ने सात अक्टूबर के इजरायल पर हमास के हमले और पहलगाम अटैक की तुलना भी की है। उन्होंने कहा कि दोनों हमलों में बेकसूर नागरिकों को निशाना बनाया गया, वहां उदारवादी यहूदियों को और भारत में मध्यम वर्गीय हिंदू परिवारों को। इजरायल में सात अक्टूबर 2023 को इसी तरह उदारवादी यहूदियों पर हमला किया गया था जो गाजा पट्टी में हालात सामान्य होने की वकालत करते हैं। पहलगाम के रिसॉर्ट में मध्यमवर्गीय हिन्दुओं को निशाना बनाकर पाकिस्तान फिर वही चाल चल रहा है। यह भारत की जिम्मेदारी है कि वो पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ वही सलूक करे जो इजरायल ने हमास के साथ किया है। यह समय है कि आईएसआई को आतंकी समूह घोषित कर उसके टॉप अफसरों का खात्मा किया जाए। भारत ने जवाबी कार्रवाई के तौर पर पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा पर रोक के साथ अटारी बॉर्डर बंद करने और सिंधु जल समझौते को रद्द करने जैसे कड़े कदम उठाए हैंण् सैन्य कार्रवाई के विकल्पों से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।
