दुर्घटना
झांसी के जिस मेडिकल कॉलेज में 10 बच्चे जल कर मरे वहां एमबीबाएस की कितनी है फीस
झांसी के जिस मेडिकल कॉलेज में बच्चे मरे वहां एमबीबाएस की कितनी है फीस
सीएन, झांसी। उत्तर प्रदेश के झांसी के मेडिकल कॉलेज में 10 बच्चों की आग में जलने से मौत हो गई। इस कॉलेज का पूरा नाम महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज है। यहां पर नीट क्रैक करने के बाद एडमिशन मिलता है। हादसे के बाद से ही ये कॉलेज चर्चा में आ गई है। हर कोई इसके बारे में जानना चाहता है। यहां पर एमबीबीएस की 50 सीटें हैं। पोस्ट ग्रेजुएशन यानी एमडी की 54 सीटें हैं। सबसे पहले तो ये जान लें कि झांसी का महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज सरकारी है। यहां पर आपको एडमिशन पाने के लिए आपको न सिर्फ नीट क्रैक करनी पड़ती है बल्कि अच्छी रैंक और अच्छे मार्क्स भी लाने पड़ते हैं। हर बार कट ऑफ अलग होती हैए इसलिए ये बता पाना मुश्किल है कि नीटमें कितना स्कोर पाने पर झांसी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन मिल सकता है। एमबीबीएस की फीस सालाना 1.9 लाख रुपये के आसपास है।झांसी मेडिकल कॉलेज से हर साल 100 डॉक्टर पढ़कर निकलते हैं। इसकी स्थापना डॉ. सुशीला नायर ने की थी, जो भारत सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थी हैं। डॉ. सुशीला नायर ने 16 दिसंबर, 1965 को कॉलेज की आधारशिला रखी थी। 1968 में 50 छात्रों का पहले बैच कॉलेज में आया। मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में 700 बेड हैं। यहां पर 45 सीनियर डॉक्टर कार्यरत हैं। इंटर्न समेत करीब 200 जूनियर डॉक्टर्स हैंं इनके अलावा 106 नर्स हैंं।
आग लगने से 10 नवजात की मौत
उत्तर प्रदेश के झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार रात भीषण आग लगने से 10 नवजात की मौत हो गई। ये आग अस्पताल के नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष यानी एनआईसीयू में लगी। झांसी के ज़िलाधिकारी अविनाश कुमार ने 10 नवजात की मौत की पुष्टि की है। वहीं शनिवार की तड़के यूपी के उप.मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक घटनास्थल पर पहुंचे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय ने एक्स पर पोस्ट करके बताया है कि मृत नवजात बच्चों के परिजनों को पांच लाख रुपये और गंभीर घायलों को पचास हज़ार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। वहीं यूपी की मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटना पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की निंदा की है। घटना को लेकर जांच रिपोर्ट सीएम ने 12 घंटे के अंदर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और स्वास्थ्य के प्रमुख सचिव को स्थिति की निगरानी के लिए झांसी भेजा गया। साथ ही सीएम योगी ने कमिश्नर और डीआइजी को घटना की जांच कर विस्तृत रिपोर्ट सौंपने 12 घंटे के अंदर शासन को सौंपने को कहा गया है।
